छत्तीसगढ़ के इन किसानों को नहीं मिलेगा धान बेचने का पैसा

छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से धान खरीदी शुरू हो चुकी है जो 31 जनवरी तक चलेगी इस बीच किसानों के लिए एक चिंताजनक खबर सामने आई है जहां किसानों के ऊपर एक बड़ा संकट आ सकता है ऐसा इसलिए क्योंकि कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने अंतिम अवसई सहकारी बैंक से स्वरोजगार के लिए लोन लिया था जिसे उन्होंने अब तक नहीं चुकाया है आपको बता दे की बैंक ने बार-बार ऋण वसूली के लिए नोटिस भी जारी किया लेकिन उसके बाद भी पैसे नहीं का गए और अब जिन किसानों ने लोन नहीं चुकाया है उन्हें धन का पैसा नहीं दिया जाएगा देखा जाए तो अंत्येवीसही सरकारी बैंक नारायणपुर द्वारा अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति पिछड़ा वर्ग और सफाई कर्मचारी के हितग्राहियों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय निर्गमन की योजनाओं के तहत ऋण उपलब्ध कराया जाता है

लेकिन कई हितग्राहियों और उनके जमानत दरों द्वारा समय पर ऋण राशि जमा नहीं की गई जिसके बाद अब यह निर्णय लिया गया है कि धान खरीदी की राशि का भुगतान बिना विभागीय अनापत्ति प्रमाण पत्र के नहीं किया जाएगा धान विक्रय से प्राप्त राशि से ओवरड्यू प्रिंट की कटौती की जाएगीकेंटो में 32 दिनों में 89 हजार 291 किसानों से समर्थन मूल्य पर 3916710 क्विंटल धान की खरीदी हुई है कस्टम बिलिंग के लिए जिले के 205 उसने और उरला राइस मिलर्स ने पंजीयन कराया है फुल खरीदी में से मिल्स ने 22 लाख 71649 क्विंटल धान का उठाव क्या है जबकि 32 लाख क्विंटल धान उठा के लिए देव जारी किया जा चुका हैतो  32 लाख क्विंटल धान उठाव के लिए देव जारी किया जा चुका है तो कुल मिलाकर देखा जाए तो जिन लोगों ने सहकारी बैंक से लिया लोन नहीं चुकाया है उन्हें धान बेचने के बाद भी पैसा नहीं मिलेगा सरकार के इस निर्देश को लेकर आपकी क्या राय है हमें कमेंट कर जरूर बताएं इस वीडियो को ज्यादा ज्यादा शेयर करें और हमारे चैनल allgknews को सब्सक्राइब करना ना भूले 

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