HMPV Virus Cases in India: नए वायरस HMPV से किन लोगों को ज्यादा खतरा?


चीन में फैले नए वायरस एचएम पीवी के भारत में अब तक 11 मामले सामने आ चुके हैं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में मामले इतने बढ़ गए हैं कि अस्पतालों में बेड तक कम पड़ रहे हैं जिसको लेकर पूरी दुनिया में अब एक बार फिर वायरस का डर सता रहा है हालांकि डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स ने साफ किया है कि इस वायरस से डरने की जरूरत नहीं है लेकिन कुछ लोगों को इस वायरस से साफ धान जरूर रहना चाहिए क्योंकि यह वायरस बच्चों से लेकर बुजुर्गों और कुछ बीमारियों से गुजर रहे लोगों को अपना शिकार बना सकता है सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक HMPV वायरस का सबसे ज्यादा खतरा छोटे बच्चों बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को है एचएम पीवी इंफेक्शन के लक्षण कोरोना वायरस से मेल खाते हैं इसके कारण हो रहे कॉम्प्लिकेशन भी कमोबेश कोरोना वायरस से हुए कॉम्प्लिकेशंस के जैसे ही है एचएम पीवी वायरस का गंभीर संक्रमण होने पर निमोनिया और ब्रोंकाइटिस विकसित होने का जोखिम भी बढ़ जाता है क्योंकि कोरोना वायरस ने सबसे अधिक नुकसान उन लोगों को पहुंचाया था जिनके लंग्स पहले से कमजोर थे जिन लोगों को अस्थमा डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी ठीक ऐसा ही एचएम पीवी वायरस के मामले में भी हो रहा है जानकारी के मुताबिक एचएम पीवी वायरस का सबसे ज्यादा खतरा छोटे बच्चों और बुजुर्गों को है असल में छोटे बच्चों का इम्यून सिस्टम पूरी तरह से विकसित नहीं होता जबकि 60 साल से अधिक उम्र होने पर इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है इसलिए इन्हें एचएम पीवी वायरस या किसी अन्य पथोजेनिक का जोखिम दूसरे लोगों की अपेक्षा ज्यादा होता है एचएम पीवी वायरस के कारण वायरल इंफेक्शन और रेस्पिरेटरी इलनेस हो रही है इसलिए उन लोगों को ज्यादा कॉम्प्लिकेशंस हो रहे हैं जिनके लंग्स पहले से कमजोर है ओ के मुताबिक पूरी दुनिया में कुछ लोग लोग हर समय वल्नरेबल होते हैं इन्हें छोटी-छोटी बीमारियां भी बहुत नुकसान पहुंचा सकती हैं बहुत संभव है कि एचएम पीवी वायरस के कारण ज्यादातर लोगों में सामान्य फ्लू जैसे लक्षण दिखेंगे जबकि वल्नरेबल लोगों के लिए यह किसी आफत से कम नहीं है डॉक्टर अंकित पटेल के मुताबिक अगर कोई शख्स पहले से किसी क्रॉनिक हेल्थ कंडीशन से जूझ रहा है तो उसे एचएम पीवी वायरस के कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है क्योंकि एच पीवी वायरस से लंग्स रेस्पिरेटरी सिस्टम सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं जो लोग स्मोक करते हैं या जिन्हें अस्थमा जैसी क्रॉनिक लंग्स कंडीशन है उन्हें सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है इसकी मुख्य वजह यह है कि इन लोगों के लंग्स यानी कि फेफड़े पहले से ही कमजोर हैं

Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

Leave a Comment